√ संख्या रेखा (number line) पर धनात्मक संख्याओं (positive numbers) और ऋणात्मक संख्याओं (negative numbers) के मध्य बिंदु को मूलबिन्दु कहा जाता है।
√ क्षैतिज रेखा (horizontal line) को x अक्ष और ऊर्ध्वाधर रेखा (vertical line) को y अक्ष कहा जाता है।
√ जिस बिंदु पर x अक्ष और y अक्ष एक दूसरे को प्रतिच्छेद करते हैं उस बिंदु को मूलबिन्दु (origin point) कहा जाता है।
√ OX और OY की दो-दो धनात्मक और दो-दो ऋणात्मक दिशाएँ होती हैं।
√ x अक्ष और y अक्ष से बने तल को निर्देशांक तल (coordinate plane) या कार्तीय तल (cartesian plane) और रेखाओं को निर्देशांक अक्ष (coordinate axes) कहा जाता है।
√ x अक्ष और y अक्ष तल को चार भागों में बाँटते हैं जिन्हें चतुर्थांश (एक चौथाई) कहा जाता है।
√ कार्तीय तल में दोनों अक्ष और चारों चतुर्थांशों (quadrants) को सम्मिलित किया जाता है। कार्तीय तल को निर्देशांक तल या xy तल भी कहा जाता है।
√ किसी बिंदु का x निर्देशांक y अक्ष से उस बिंदु की लंबिक दुरी (long distance) है, जिसे हम x अक्ष पर मापते हैं। यह बिंदु x अक्ष की धनात्मक दिशा में धनात्मक और ऋणात्मक दिशा में ऋणात्मक होता है।
√ x निर्देशांक को भुज (abscissa) और y निर्देशांक को कोटि (ordinate) कहा जाता है।
√ निर्देशांक तल में किसी बिंदु के निर्देशांक में पहले x अक्ष का निर्देशांक लिखा जाता है और बाद में y अक्ष का।
√ मूलबिन्दु के निर्देशांक (0,0) होते हैं क्योंकि इसकी दूरी x अक्ष और y अक्ष से शून्य है। अतः हम कह सकते हैं कि मूलबिन्दु के x निर्देशांक और y निर्देशांक दोनों शून्य होंगे।
√ पहले चतुर्थांश में x अक्ष और y अक्ष दोनों के प्रत्येक बिंदु धनात्मक होते है, अतः बिंदु (+,+) के रूप का होगा। इसी प्रकार दूसरे चतुर्थांश में (-,+), तीसरे चतुर्थांश में (-,-) और चौथे चतुर्थांश में (+,-) के रूप का होता है।
√ यदि हमें किसी बिंदु के निर्देशांक ज्ञात हैं तो हम उन बिदुओं को चतुर्थांश में दिखा सकते है इसे 'बिंदु का आलेखन' (plotting of points) कहा जाता है।
√ यदि x और y बराबर नहीं हैं तो (x,y) और (y,x) की स्थिति तल में भिन्न भिन्न (different) होगी। यदि x=y तो (x,y)=(y,x)
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√ क्षैतिज रेखा (horizontal line) को x अक्ष और ऊर्ध्वाधर रेखा (vertical line) को y अक्ष कहा जाता है।
√ जिस बिंदु पर x अक्ष और y अक्ष एक दूसरे को प्रतिच्छेद करते हैं उस बिंदु को मूलबिन्दु (origin point) कहा जाता है।
√ OX और OY की दो-दो धनात्मक और दो-दो ऋणात्मक दिशाएँ होती हैं।
√ x अक्ष और y अक्ष से बने तल को निर्देशांक तल (coordinate plane) या कार्तीय तल (cartesian plane) और रेखाओं को निर्देशांक अक्ष (coordinate axes) कहा जाता है।
√ x अक्ष और y अक्ष तल को चार भागों में बाँटते हैं जिन्हें चतुर्थांश (एक चौथाई) कहा जाता है।
√ कार्तीय तल में दोनों अक्ष और चारों चतुर्थांशों (quadrants) को सम्मिलित किया जाता है। कार्तीय तल को निर्देशांक तल या xy तल भी कहा जाता है।
√ किसी बिंदु का x निर्देशांक y अक्ष से उस बिंदु की लंबिक दुरी (long distance) है, जिसे हम x अक्ष पर मापते हैं। यह बिंदु x अक्ष की धनात्मक दिशा में धनात्मक और ऋणात्मक दिशा में ऋणात्मक होता है।
√ x निर्देशांक को भुज (abscissa) और y निर्देशांक को कोटि (ordinate) कहा जाता है।
√ निर्देशांक तल में किसी बिंदु के निर्देशांक में पहले x अक्ष का निर्देशांक लिखा जाता है और बाद में y अक्ष का।
√ मूलबिन्दु के निर्देशांक (0,0) होते हैं क्योंकि इसकी दूरी x अक्ष और y अक्ष से शून्य है। अतः हम कह सकते हैं कि मूलबिन्दु के x निर्देशांक और y निर्देशांक दोनों शून्य होंगे।
√ पहले चतुर्थांश में x अक्ष और y अक्ष दोनों के प्रत्येक बिंदु धनात्मक होते है, अतः बिंदु (+,+) के रूप का होगा। इसी प्रकार दूसरे चतुर्थांश में (-,+), तीसरे चतुर्थांश में (-,-) और चौथे चतुर्थांश में (+,-) के रूप का होता है।
√ यदि हमें किसी बिंदु के निर्देशांक ज्ञात हैं तो हम उन बिदुओं को चतुर्थांश में दिखा सकते है इसे 'बिंदु का आलेखन' (plotting of points) कहा जाता है।
√ यदि x और y बराबर नहीं हैं तो (x,y) और (y,x) की स्थिति तल में भिन्न भिन्न (different) होगी। यदि x=y तो (x,y)=(y,x)
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All Chapters Notes in Hindi Maths Class 9th
अध्याय 1 संख्या पद्धति
अध्याय 2 बहुपद
अध्याय 3 निर्देशांक ज्यामिति
अध्याय 4 दो चरों वाले रैखिक समीकरण
अध्याय 5 यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय
अध्याय 6 रेखाएँ और कोण
अध्याय 7 त्रिभुज
अध्याय 8 चतुर्भुज
अध्याय 9 समांतर चतुर्भुजों और त्रिभुजों के क्षेत्रफल
अध्याय 10 वृत्त
अध्याय 11 रचनाएँ
अध्याय 12 हीरोन का सूत्र
अध्याय 13 पृष्ठीय क्षेत्रफल और आयतन
अध्याय 14 सांख्यिकी
अध्याय 15 प्रायिकता
अध्याय 2 बहुपद
अध्याय 3 निर्देशांक ज्यामिति
अध्याय 4 दो चरों वाले रैखिक समीकरण
अध्याय 5 यूक्लिड की ज्यामिति का परिचय
अध्याय 6 रेखाएँ और कोण
अध्याय 7 त्रिभुज
अध्याय 8 चतुर्भुज
अध्याय 9 समांतर चतुर्भुजों और त्रिभुजों के क्षेत्रफल
अध्याय 10 वृत्त
अध्याय 11 रचनाएँ
अध्याय 12 हीरोन का सूत्र
अध्याय 13 पृष्ठीय क्षेत्रफल और आयतन
अध्याय 14 सांख्यिकी
अध्याय 15 प्रायिकता
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